...

17 views

Na Koi Gila na sikwa
कोई शिकवा कोई गिला तो नहीं?
ज़िंदगी मुझसे तू ख़फ़ा तो नहीं?

टीस उठने लगी है सीने में,
ये मुहब्बत की इब्तिदा तो नहीं?

सिलवटें क्यूं हैं तेरे चेहरे पर?
रात भर मुझको सोचता तो नहीं?

मुझसे कुछ दूर दूर रहता है,
वो मुझे सच में जानता तो नहीं?

उसने पूछा, "बिछड़ के जी लोगे?"
कैसे कहते, "तेरे बिना तो नहीं।"

कैसे टूटे ये ज़िन्दगी का तिलिस्म?
मौत ही इसका रास्ता तो नहीं?

'नूर' अपना जिसे समझती हूॅं,
वो मुकम्मल मेरा हुआ तो नहीं?

Bless Evening 🌹🌺🌸💐