प्रिये
जान कर भी अंजान बनना
अनोखा तुम्हारा अंदाज प्रिये,
पूनम की चंद्रप्रभा सा
तुम्हारा अट्टहास प्रिये!
घुंघट में खिला गुलाब सा
मुखड़ा ये अनायास प्रिये,
हिरनी सी चाल...
अनोखा तुम्हारा अंदाज प्रिये,
पूनम की चंद्रप्रभा सा
तुम्हारा अट्टहास प्रिये!
घुंघट में खिला गुलाब सा
मुखड़ा ये अनायास प्रिये,
हिरनी सी चाल...