पर सच तो ये है कि, वो अब बदलने लगा है.. ;
वो खुशमिज़ाज, मजाकिया सा लड़का,
अपने में खोया खोया सा रहने लगा है!
जो कभी दूसरों की परवाह करता था,
वो अब बेपरवाह सा रहने लगा है!
दूसरों के लिए हंस देता है झूठी ही सही,
पर खुद की हसी से अंजान होने लगा है!
वो चंचल सा मन जो उछलता कुदता था,
सब कुछ...
अपने में खोया खोया सा रहने लगा है!
जो कभी दूसरों की परवाह करता था,
वो अब बेपरवाह सा रहने लगा है!
दूसरों के लिए हंस देता है झूठी ही सही,
पर खुद की हसी से अंजान होने लगा है!
वो चंचल सा मन जो उछलता कुदता था,
सब कुछ...