◆ जंग एक शब्द की ◆
मैं तुम्हारे लिए अपने आप को नोचता हूँ ,,
मैं एक जानवर की तरह परिश्रम करता हूँ ,,
मैं अपना सिकुड़ा हुआ हृदय तुम्हारी नाजुक हथेलियों में ...
धीरे से बचाने के लिए तुम्हें अर्पित करता हूँ , , और ...
तुम मुझे एक शब्द भी नहीं दे सकते ??
© निग्रह अहम् (मुक्तक )
मैं एक जानवर की तरह परिश्रम करता हूँ ,,
मैं अपना सिकुड़ा हुआ हृदय तुम्हारी नाजुक हथेलियों में ...
धीरे से बचाने के लिए तुम्हें अर्पित करता हूँ , , और ...
तुम मुझे एक शब्द भी नहीं दे सकते ??
© निग्रह अहम् (मुक्तक )