आजादी
सर्वस्व न्योछावर उस पथ पर,
जिस पथ पर कुर्बानी दी;
झूल गए खुद फांसी पर,
और हमको आजादी दी।
याद रखो ये आजादी,
आवाज नहीं अधिकार है;
लहू बहाया इस पथ पर,
उनको नमन बार-बार है।
देखो जरा पर्वतों पे घटाए,
वीरों की दास्तां...
जिस पथ पर कुर्बानी दी;
झूल गए खुद फांसी पर,
और हमको आजादी दी।
याद रखो ये आजादी,
आवाज नहीं अधिकार है;
लहू बहाया इस पथ पर,
उनको नमन बार-बार है।
देखो जरा पर्वतों पे घटाए,
वीरों की दास्तां...