मेरे प्यारे पापा
पिता सूरज की तरह होते हैं
गुस्सा होने पर सूरज की तरह लाल हो जाते हैं हमें अक्सर कुछ ना कुछ सुना देते हैं
पर जनाब
पिता का साया जब तक सिर पर है छाया कोई भी दुख हमारे करीब तक नहीं आया
पिता नारियल की तरह होते हैं बाहर से सख्त अंदर से नरम होते हैं
कभी हमें कंधे पर बैठाकर मेला घुमाया तो कभी जीवन की राह में आगे
बढ़ना सिखाया
कभी डांट फटकार कर हमें
सही गलत का महत्व समझाया
कभी अपने लिए कुछ नहीं लाए
पर हमारे लिए वह सब कुछ लाए जो हमने उन्हें बताया
कितनी भी दुख तकलीफ आ जाए उनका मन कभी नहीं घबराया पिता में सारा संसार समाया
और भगवान ने सबसे ऊंचा दर्जा मां-बाप का बताया
पिता का साया जब तक सिर पर छाया कोई भी दुख हमारे करीब तक नहीं आया
LAXMI MEGHWAL 🥰🥰
गुस्सा होने पर सूरज की तरह लाल हो जाते हैं हमें अक्सर कुछ ना कुछ सुना देते हैं
पर जनाब
पिता का साया जब तक सिर पर है छाया कोई भी दुख हमारे करीब तक नहीं आया
पिता नारियल की तरह होते हैं बाहर से सख्त अंदर से नरम होते हैं
कभी हमें कंधे पर बैठाकर मेला घुमाया तो कभी जीवन की राह में आगे
बढ़ना सिखाया
कभी डांट फटकार कर हमें
सही गलत का महत्व समझाया
कभी अपने लिए कुछ नहीं लाए
पर हमारे लिए वह सब कुछ लाए जो हमने उन्हें बताया
कितनी भी दुख तकलीफ आ जाए उनका मन कभी नहीं घबराया पिता में सारा संसार समाया
और भगवान ने सबसे ऊंचा दर्जा मां-बाप का बताया
पिता का साया जब तक सिर पर छाया कोई भी दुख हमारे करीब तक नहीं आया
LAXMI MEGHWAL 🥰🥰