प्रकृति
#WhisperingNature
प्रकृति की अनुपम शोभा
जहाँ देखो सौन्दर्य भरा
गगन विशाल देखो तुम
सूरज उस पर अडिग खड़ा
जीवन जिस से चले निरंतर
है नीले रंग से सजा
हरियाली धरती की
देती सुकून आँखों को
हर फूल एक रंग में रंगा
झूम कर इठला रहा
वर्षा अमृत की होती जब
नदियाँ भर जाती पानी से
है प्रकृति की भेंट हमें
इस से ही जीवन चला
ये सब ख़तम हो जायेगा
अपनी तृष्णा को अगर ना बाँधोगे
बढ़ता गया ये भार अगर
तुम विनाश रोक ना पाओगे
फिर देखना प्रचंड रूप
कही उफान पर होगी नदी
कही शैल होंगे खंड -खंड
कहीं धरती समा लेगी तुमको
विध्वंस होगा प्रबल
तुम उसको रोक ना पाओगे
प्रकृति को ना बचाओगे
तुम खुद ही मिट जाओगे
सुनी तो होगी गाथा तुमने
कैसे मिटी सभ्यताएं
होगा फिर बस यही कि
तुम कहानी बन जाओगे!!
© Anu Mathur
#wrticoquote
#whisperingNature
प्रकृति की अनुपम शोभा
जहाँ देखो सौन्दर्य भरा
गगन विशाल देखो तुम
सूरज उस पर अडिग खड़ा
जीवन जिस से चले निरंतर
है नीले रंग से सजा
हरियाली धरती की
देती सुकून आँखों को
हर फूल एक रंग में रंगा
झूम कर इठला रहा
वर्षा अमृत की होती जब
नदियाँ भर जाती पानी से
है प्रकृति की भेंट हमें
इस से ही जीवन चला
ये सब ख़तम हो जायेगा
अपनी तृष्णा को अगर ना बाँधोगे
बढ़ता गया ये भार अगर
तुम विनाश रोक ना पाओगे
फिर देखना प्रचंड रूप
कही उफान पर होगी नदी
कही शैल होंगे खंड -खंड
कहीं धरती समा लेगी तुमको
विध्वंस होगा प्रबल
तुम उसको रोक ना पाओगे
प्रकृति को ना बचाओगे
तुम खुद ही मिट जाओगे
सुनी तो होगी गाथा तुमने
कैसे मिटी सभ्यताएं
होगा फिर बस यही कि
तुम कहानी बन जाओगे!!
© Anu Mathur
#wrticoquote
#whisperingNature