किरणे
अंधेरी रातों मे उजाले की एक किरण निकली है,
देखो ये धूप भी आज सजधज कर निकली है।
लाल लाल किरणे खिल रही हैं चेहरों पर
आज आँखो मे बहार बनकर निकली है।
किरणे चेहरो पर पडते ही मुस्कुराने लगे है लोग
आँखे मलते हुए चहचहाने...
देखो ये धूप भी आज सजधज कर निकली है।
लाल लाल किरणे खिल रही हैं चेहरों पर
आज आँखो मे बहार बनकर निकली है।
किरणे चेहरो पर पडते ही मुस्कुराने लगे है लोग
आँखे मलते हुए चहचहाने...