लड़की
कितनी मासूमियत से बोलती ह लड़की,
इश्क-विश्क ओर प्यार-व्यार कुछ नही होता है,
आओ मेरे कन्धे पर सर रखकर जी भरकर रोलो लड़की,
हम भी कभी इश्क के सताए हुए लोग हैं।
देखो मेरी बात मानो लड़की,
छोड़ दो, ये जिद छोड़ दो,
अपना ये अतीत छोड़ दो,
आंखों में समंदर भरना छोड़ दो,
अपने आंखों के ख्वाब बेचना छोड़ दो लड़की।
तुम तो दिल से बड़ी हो लड़की,
आंखों से गिर कर फिर दिल से...
इश्क-विश्क ओर प्यार-व्यार कुछ नही होता है,
आओ मेरे कन्धे पर सर रखकर जी भरकर रोलो लड़की,
हम भी कभी इश्क के सताए हुए लोग हैं।
देखो मेरी बात मानो लड़की,
छोड़ दो, ये जिद छोड़ दो,
अपना ये अतीत छोड़ दो,
आंखों में समंदर भरना छोड़ दो,
अपने आंखों के ख्वाब बेचना छोड़ दो लड़की।
तुम तो दिल से बड़ी हो लड़की,
आंखों से गिर कर फिर दिल से...