अनभिज्ञ लेखक
हे ईश्वर!
तुम्हारी दो अद्भुत कृतियाँ हैं-
स्त्री और पुरुष
और एक अनुपम रचना है-
प्रेम
काश......
तुम्हारी दो अद्भुत कृतियाँ हैं-
स्त्री और पुरुष
और एक अनुपम रचना है-
प्रेम
काश......