बचपन की किताब
कोई उन यादों को मन में घोल दो,
मेरे बचपन की किताब फ़िर से खोल दो...
वो निक्कर वाले यार,
वो कुल्फ़ी वाली यारी़
वो लट्टु लेना हाथ में,
करनी पिठ की सवारी
याद आती है तुम्हारी,
कोई उस लट्टु को बोल दो..
मेरे बचपन की किताब फ़िर से खोल दो...
वो टायर साइकिल का,
घुमाया करते थे गली गली
मोसम बरसात में,
भागा करते थे.. हर गली
याद आती है तुम्हारी,
उस टायर को बोल दो.....
मेरे बचपन की किताब फ़िर से खोल दो...
वो निक्कर वाले यार,
वो कुल्फ़ी वाली यारी़
वो लट्टु लेना हाथ में,
करनी पिठ की सवारी
याद आती है तुम्हारी,
कोई उस लट्टु को बोल दो..
मेरे बचपन की किताब फ़िर से खोल दो...
वो टायर साइकिल का,
घुमाया करते थे गली गली
मोसम बरसात में,
भागा करते थे.. हर गली
याद आती है तुम्हारी,
उस टायर को बोल दो.....