...

6 views

एतबार था कुछ ज्यादा…❤️
(सबब)
उनको एतवार था हम पर कुछ ज्यादा,
हमें उनसे प्यार भी था कुछ ज्यादा...!!

दिल की बस्ती उजड़ रही थी,,
तूफानों का हौसला ही था कुछ ज्यादा...!!

कत्ल करने का हुनर क्या खूब था उनका,,
खंजर में उनके नशा ही था कुछ ज्यादा...!!

दोस्ती का सबब यारों था कुछ भी नहीं,,
हमने उनसे गुफ्तगूं ही की कुछ ज्यादा...!!

बेगानों को भी अपना बनाने का हुनर रखती है साहिब,,
हट कर जिंदगी जीने अंदाज है कुछ ज्यादा...!!

कदमों के निशां भी ना मिले उनके जाने के बाद,,
जिसकी जूस्तजूं थी हद से कुछ ज्यादा…!!!🖤

~P.s