She said....
She said....
पर कटा परिंदा हूं मैं पेड़ो से नहीं मिलता l
तुम आना तो रूह ले आना मैं जिस्मों से नहीं मिलता ll
Reply to her...
मैं इक दरख़्त ही सही पर तिरा आशियाना था
आंखों में छिपे तिरे सपनों का परवाना था
ये तिरे जिस्मों के पंख...
पर कटा परिंदा हूं मैं पेड़ो से नहीं मिलता l
तुम आना तो रूह ले आना मैं जिस्मों से नहीं मिलता ll
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मैं इक दरख़्त ही सही पर तिरा आशियाना था
आंखों में छिपे तिरे सपनों का परवाना था
ये तिरे जिस्मों के पंख...