आदत
अब उसकी बातों से फ़र्क नहीं पड़ता
अब उसके सितमो की आदत पड़ गई है
अब उसकी आंखों में रब नहीं दिखता
अब उसकी हंसी में वो बात नहीं
हां,अब कोई और मिल गया है
हमें समझने वाला,
वैसे,आना जाना तो फिर भी
लगा रहता है उसका
पर अब उन मुलाकातों से
फ़र्क नहीं पड़ता
अब उसकी बातों से
फ़र्क नहीं पड़ता।
© Nadia
अब उसके सितमो की आदत पड़ गई है
अब उसकी आंखों में रब नहीं दिखता
अब उसकी हंसी में वो बात नहीं
हां,अब कोई और मिल गया है
हमें समझने वाला,
वैसे,आना जाना तो फिर भी
लगा रहता है उसका
पर अब उन मुलाकातों से
फ़र्क नहीं पड़ता
अब उसकी बातों से
फ़र्क नहीं पड़ता।
© Nadia