होली /रंग
होली /रंग..
मोहब्बत का रंग एसा डाला
लाल हरा ना पीला काला
आँखों से ही यूँ उड़ेल डाला
हम तो खड़े थे.....
खड़े ही रह गए....
उसकी आंखों मैं जकड़े से रह गए
क्यों झपकाई तूने पलक
ये मोहब्बत के उड़ते रंग ही बदरंग कर दिए......
हम तो खड़े के खड़े रह गए...
और भिगा दिया तूने..
अपने इश्क़ के रंग से...
तूने इश्क़ का रंग इतना चटक डाला
जितना...
मोहब्बत का रंग एसा डाला
लाल हरा ना पीला काला
आँखों से ही यूँ उड़ेल डाला
हम तो खड़े थे.....
खड़े ही रह गए....
उसकी आंखों मैं जकड़े से रह गए
क्यों झपकाई तूने पलक
ये मोहब्बत के उड़ते रंग ही बदरंग कर दिए......
हम तो खड़े के खड़े रह गए...
और भिगा दिया तूने..
अपने इश्क़ के रंग से...
तूने इश्क़ का रंग इतना चटक डाला
जितना...