तेरी सुबह, भी ऐसी होती थी
#WritcoPoemPrompt33 #motherslove
तेरी सुबह, भी ऐसी होती थी
जो शुरू, मुझी से होती थी।
और सपनो से बिछड़ते ही, ख्याल तुझे जो आता था,
उसका सीधा पथ, ओर मूझी को जाता था।
तब देख मुझे, मुस्कान तुझे जो आती थी,
मानो...
तेरी सुबह, भी ऐसी होती थी
जो शुरू, मुझी से होती थी।
और सपनो से बिछड़ते ही, ख्याल तुझे जो आता था,
उसका सीधा पथ, ओर मूझी को जाता था।
तब देख मुझे, मुस्कान तुझे जो आती थी,
मानो...