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संघर्ष का अकेलापन
संघर्ष के दिनों में व्यक्ति अकेला और असहाय होता है, क्योंकि संघर्ष एक निजी मुसीबत है, जिसे व्यक्ति को स्वयं ही झेलना पड़ता है, जिसमें लोगों का कोई लेना–देना नहीं है, संघर्ष के दिनों में आप अकेले होते है क्योंकि उस समय आपके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं होता है, उस समय आप लोगों का पेट नहीं भर सकते, उस समय आप लोगों को दे कुछ नहीं सकते बल्कि उनसे आप लेने की स्थिति में होते हो, और संघर्ष के बाद जब सफलता मिलती है तो आप देने की स्थिति में आ जाते हो तो फिर लोग आ जाते हैं, क्योंकि आप अब देने लायक बन गए! और सफलता के बाद अगर लोगों की भीड़ दिखाई दे तो इतराना मत, अकड़ मत जाना क्योंकि लोगों को प्यार सफलता से है आपसे नहीं!
© ◆Mr Strength
© ◆Mr Strength
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