हाल
उसके जाने के बाद कुछ यू हाल अपना सुनाते है..
कि अब तेरे इश्क़ ईबादत की बाते मुझे रास नहीं आती..
उस खाली कमरे से भी अब मुझे कोई आस नहीं आती...
तू ख़ुश रह अपने खुशियों के शहर मे..
हम गमों के गलियरो मे तन्हा ही ठीक हैं...
✍️ by:- mei
© All Rights Reserved
कि अब तेरे इश्क़ ईबादत की बाते मुझे रास नहीं आती..
उस खाली कमरे से भी अब मुझे कोई आस नहीं आती...
तू ख़ुश रह अपने खुशियों के शहर मे..
हम गमों के गलियरो मे तन्हा ही ठीक हैं...
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