एक सफर अंतहीन डगर पर
एक सफर अंतहीन डगर पर,
चलता हूँ पल पल तुम्हारे साथ,
क्योंकि तुमने ही प्रियतम,
थामा है ताउम्र के लिए मेरा हाथ...!
भर कर तुमने...
चलता हूँ पल पल तुम्हारे साथ,
क्योंकि तुमने ही प्रियतम,
थामा है ताउम्र के लिए मेरा हाथ...!
भर कर तुमने...