तुझसे मिलाप
मैं लिखता शायरी
जिससे भरती डायरी
तेरे शब्द नशे की पुड़ियां
जिससे दबती मेरी नाड़ियां
नया साल है रखना ख्याल
कहीं ना बदले मेरी चाल
गर बदल जाये मेरी चाल
फिर तू लिज्यो मुझे संभाल
मेरी जुबां पर है तेरा आलाप
आंखें देखें तुझसे मिलाप।।
© Mohan sardarshahari
जिससे भरती डायरी
तेरे शब्द नशे की पुड़ियां
जिससे दबती मेरी नाड़ियां
नया साल है रखना ख्याल
कहीं ना बदले मेरी चाल
गर बदल जाये मेरी चाल
फिर तू लिज्यो मुझे संभाल
मेरी जुबां पर है तेरा आलाप
आंखें देखें तुझसे मिलाप।।
© Mohan sardarshahari