मैं कैसे अपना जिस्म, हवाले तेरे कर दूं...?
“उन लड़कियों की ओर से एक आवाज, जिसे पता है चरित्र होता क्या है।”
मैं कैसे अपना जिस्म, हवाले तेरे कर दूं...?
ये जिस्म नहीं चरित्र है मेरा,
कैसे ये चरित्र, हवाले तेरे कर दूं...?
तू प्यार नहीं शिकार है करता,
कैसे किसी शिकारी को, मैं अपना कह दूं...?
तू ही बता...
मैं कैसे अपना जिस्म,...
मैं कैसे अपना जिस्म, हवाले तेरे कर दूं...?
ये जिस्म नहीं चरित्र है मेरा,
कैसे ये चरित्र, हवाले तेरे कर दूं...?
तू प्यार नहीं शिकार है करता,
कैसे किसी शिकारी को, मैं अपना कह दूं...?
तू ही बता...
मैं कैसे अपना जिस्म,...