...

11 views

अंतिम युद्ध

मानवता खड़ी है आज मुहाने पर,
मानवीय मूल्यों का लगा है दांव।
अंतिम युद्ध है यह,
करना हीं होगा हमें,
युद्ध और बुद्ध के बीच का यह चुनाव।

इंसानी भूल है या प्राकृतिक प्रहार, पता नहीं,
पर उजड़ रहे हैं,
शहर के शहर और गांव के गांव।

कब तक भागोगे,
भेड़ों के झुंड की तरह ऐ मानव,
रोकना हीं होगा तुम्हें अब,
अति-भौतिकता का यह पांव।

याद रख प्रलय का वह भयावह मंजर,
वह क्रोध धरा का,
जब 'मनु' को भी बनानी पड़ी थी, एक नाव़।

अंतिम युद्ध है यह,
करना हीं होगा हमें,
युद्ध और बुद्ध के बीच का यह चुनाव।

© AK