आग लगानी है आज तो
आजा जान मेरी
रखदूंगी तेरे लबों पे लब
आकर मेरे रसीले होठों को चख
लिपटूंगी तेरी बाहों में अब
आकर मुझे अपनी बाहों में कस
रगडूंगी तेरे अंगो से अंग अब
तू भी मेरे अंगो पर अपने
अंगो को रख गिराऊंगी
पसीने तेरे लबों पे अब
ज़ुबान से मेरे बदन के
पसीने को चख
देखती रहूंगी तेरी आंखों में तब तक
जब लगेंगे धक्के जोर जोर से
और चाटे पड़ेंगे पट चट
उफ्फ...
रखदूंगी तेरे लबों पे लब
आकर मेरे रसीले होठों को चख
लिपटूंगी तेरी बाहों में अब
आकर मुझे अपनी बाहों में कस
रगडूंगी तेरे अंगो से अंग अब
तू भी मेरे अंगो पर अपने
अंगो को रख गिराऊंगी
पसीने तेरे लबों पे अब
ज़ुबान से मेरे बदन के
पसीने को चख
देखती रहूंगी तेरी आंखों में तब तक
जब लगेंगे धक्के जोर जोर से
और चाटे पड़ेंगे पट चट
उफ्फ...