#मर्ज
#मर्ज
ये जो मर्ज है अब हकीमो के बस का रहा नही
ये लड़का उसके दर के सिवा कहीं का रहा नही
उसके ख्यालों के सिवा जहन में कुछ रहा नही
उसकी बेंच...
ये जो मर्ज है अब हकीमो के बस का रहा नही
ये लड़का उसके दर के सिवा कहीं का रहा नही
उसके ख्यालों के सिवा जहन में कुछ रहा नही
उसकी बेंच...