...

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मेरी लाड़ली बेटी
देखो ना कितनी खामोश बैठी है आज मेरी बेटी,
देखो ना कितनी शांत हैं आज मेरी बेटी,
देखो ना कैसे स्थिर सोई हुई है आज मेरी बेटी,
देखो ना एक बार फिर से दुल्हन के लिबास में
सजी है मेरी बेटी।
देखो ना आज पापा को आवाज दिए बिना ही
मेंहदी लगवा रही है मेरी बेटी,
देखो ना मैं आवाज दे रहा पर सुन नहीं रहीं मेरी बेटी,
देखो ना शादी के वक्त जब विदा किया तो बहुत रोई थी मेरी बेटी।
ओर आज कंधे पर अर्थी में सजी है मेरी बेटी,
नाजो से बहुत पाला और फूलों की तरह रखा जिसे,
आज दहेज के लिए जिंदा जला दी गई मेरी बेटी।
👰‍♀️👩 😭😓

(समाज में फैल रही दहेज की गंदगी की रोकथाम हेतु और निर्दोष बेटियों की चढ़ती हुई बली को रोकने के लिए समाज को जागरूक करने का एक छोटा सा प्रयास है) 🧐🙏🏻🙏🏻🚩
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