...

9 views

तकलीफ़ उन दिनों की
हो जाती हूँ रजस्वला उन पांच दिनों के लिए,
तो ना जाने क्यों बन जाती हूँ अछूत सभी के लिए,
ना कर सकती हूं पूजन देवी का,
ना कर सकती हूँ प्रवेश रसोईघर में,
जब गिरता है लहू उन 5 दिन मेरे ज़िस्म से,
तो ना जाने क्यों हो जाती हूँ बेगानी सी...!

सहती हूँ पेट दर्द पहले दिन से पांचवे दिन तक,
कभी होती है कमज़ोरी मेरे...