लाचार
बेबसी खड़ी थी
उसके लाचार पैरों पर
उसने अपनी टांगें
ट्रक के नीचे गवां दी थी
लोग दे जाते थे
रोटी और कपड़े
मुझे भी दया आई
मैं भी दे जाती उसे
चंद कागज़ के टुकड़े
पर उसे साहस, आत्मविश्वास,
और उम्मीद नही दे पाई।
© Jyoti Dhiman
उसके लाचार पैरों पर
उसने अपनी टांगें
ट्रक के नीचे गवां दी थी
लोग दे जाते थे
रोटी और कपड़े
मुझे भी दया आई
मैं भी दे जाती उसे
चंद कागज़ के टुकड़े
पर उसे साहस, आत्मविश्वास,
और उम्मीद नही दे पाई।
© Jyoti Dhiman