"जीना सीख लिया"
ज़िंदगी के दिए तजुर्बों से हमने,
अब जीना सीख लिया...
आँखों में आँसूं लेकर भी हमने,
अब मुस्कुराना सीख लिया.!
अब नही बोती,दिल की बंजर जमीं पे,
मैं ख्वाबों के दरखत कभी,
ख्वाईशो...
अब जीना सीख लिया...
आँखों में आँसूं लेकर भी हमने,
अब मुस्कुराना सीख लिया.!
अब नही बोती,दिल की बंजर जमीं पे,
मैं ख्वाबों के दरखत कभी,
ख्वाईशो...