...

60 views

अकाल
सुना था वर्षों पहले-

अकाल आएगा
सब-कुछ ढह जाएगा
लोग चिखते-चिल्लाते रहेंगे
सुनकर अनसुना करते रहेंगे

आ गए हैं वो दिन
हो रहा सब छिन्न-भिन्न
फैला है एक महामारी
लोकडाउन-कर्फ्यू है जारी

तकनीकों का भरमार है
फिर भी हाहाकार है
लोगों की चिंता बढ़ती जा रही
महंगाई भी सताती जा रही

एक खौफनाक डर है छाया
जैसे मिट्टी में मिलने को है काया

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
थोड़ी गुजारिश है सबसे
दूरियां बना ले अब से

मास्क पहने या पहने नकाब
sanitizer भी use करें जनाब
स्वस्थ होने का ना करें गुरूर
कोरोना का टीका लगाएं जरूर ।




© Bhawna kumari