एक आदमी
#WritcoPoemPrompt117
थकी हारी ज़िंदगी में कभी कोई स्त्री तुम्हारे कंधों पर सर रख दे तो समझना की उसके लिए सँसार के सबसे भरोसेमंद पुरुष हो
तकलीफ को दबा कर मर्द सीने में रखता है और कभी कोई तुम्हारे सामने रो दे तो समझना की उसके लिए सबसे गहरे मित्र का पात्र हो
कभी किसी रोते हुए बच्चे के चेहरे पर मुस्कुराहट ला दो तो समझना...
थकी हारी ज़िंदगी में कभी कोई स्त्री तुम्हारे कंधों पर सर रख दे तो समझना की उसके लिए सँसार के सबसे भरोसेमंद पुरुष हो
तकलीफ को दबा कर मर्द सीने में रखता है और कभी कोई तुम्हारे सामने रो दे तो समझना की उसके लिए सबसे गहरे मित्र का पात्र हो
कभी किसी रोते हुए बच्चे के चेहरे पर मुस्कुराहट ला दो तो समझना...