सच कहते हो तुम
तुम मुझे कहां समझ पाओगे
मुझे समझना तुम्हारे वश में
है भी कहां,,,सच कहते हो तुम
क्या मैं कोई गणित का कठिन
सवाल हूं जिसको तुम कोई
अपना निश्चित फॉर्मूला लगा
हल कर लोगे,,,,
या मैं कोई तुम्हारा उकेरा चित्र
जिसमें तुम अपनी कल्पनाओं के
कोई भी रंग भर लोगे
बिना ये जाने
मुझे वो रंग...
मुझे समझना तुम्हारे वश में
है भी कहां,,,सच कहते हो तुम
क्या मैं कोई गणित का कठिन
सवाल हूं जिसको तुम कोई
अपना निश्चित फॉर्मूला लगा
हल कर लोगे,,,,
या मैं कोई तुम्हारा उकेरा चित्र
जिसमें तुम अपनी कल्पनाओं के
कोई भी रंग भर लोगे
बिना ये जाने
मुझे वो रंग...