आज फतेह करो
आज फतेह कर लो ।
चाहे हो वो ज़मीन या हो आसमां ।।
आज फतेह कर लो ।
कल की रह मत पकडो क्योंकि,कल कभी आता नही।।
जो ठाना है वो ही करना है क्योंकि मुश्किलों के आगे जुकना हमे आता नही।
जो ठाना है वो कर के रहेंगे
कोई हमे...
चाहे हो वो ज़मीन या हो आसमां ।।
आज फतेह कर लो ।
कल की रह मत पकडो क्योंकि,कल कभी आता नही।।
जो ठाना है वो ही करना है क्योंकि मुश्किलों के आगे जुकना हमे आता नही।
जो ठाना है वो कर के रहेंगे
कोई हमे...