...

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Lost...
हम ज़िंदगी की दौड़ में इतना खो गए ,
कि भागते दौड़ते कितना कुछ डुबो गए ।
अपने अहंकार में हम इतना खो गए ,
कि गैरो को अपना बना बैठे ,
और अपनो को कितनी बातें चुभो गए ।
रिश्तों में दूरियों से रास्ते अलग हो गए ,
अब यादों के धागे हम अपने अंदर पिरो गए ।
कुछ लोग आए तो कुछ यूं चले गए ,
कुछ साथ रह गए तो कुछ याद बन गए ।।

~Lavisha Arora






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