अलविदा कर तो दूं
नए साल का स्वागत करूंगी
बड़े धूम धाम से मैं भी मगर,
पहले गुजरने वाले इस साल
को थोड़ा अलविदा कर तो दूं।
पूरे वर्ष के सफ़र में जो साथ
था मेरे अब तक उस मुसाफिर
को, नम आँखों से... एक बार
आगोश में अपने मैं भर तो लूं।
ग़म और खुशियों से भरी हुई
जो यादों के पन्ने मिले है मुझे
इससे, उन पन्नों को अपने जीवन
के किताब में पहले धर तो लूं।
©हेमा
बड़े धूम धाम से मैं भी मगर,
पहले गुजरने वाले इस साल
को थोड़ा अलविदा कर तो दूं।
पूरे वर्ष के सफ़र में जो साथ
था मेरे अब तक उस मुसाफिर
को, नम आँखों से... एक बार
आगोश में अपने मैं भर तो लूं।
ग़म और खुशियों से भरी हुई
जो यादों के पन्ने मिले है मुझे
इससे, उन पन्नों को अपने जीवन
के किताब में पहले धर तो लूं।
©हेमा