फिर चल दिया कारवां
छोड़कर मोह अपने घोंसले का,
चल दिया पंछी पिंजरा छोड़कर,
कुछ पुराने कुछ नए सपनें लेकर,
निकला...
चल दिया पंछी पिंजरा छोड़कर,
कुछ पुराने कुछ नए सपनें लेकर,
निकला...