...

12 views

पता नहीं..
पता नहीं मुझे कि,
मैंने कोई गुनाह किया है,,
शुष्क होठों पर,
घुली मुस्कान की कोई परवाह किया है।।
मालूम नहीं तुम इतना बेरुखी सी,
क्यों नजर आ रही हो!,
अपनी गलतफहमी पर पर्दा गिरा रही हो।।
आपकी नजरों का क्या गजब दस्तूर है,
अरमानों को कुतर के चले...