मुझसे कहां दूर तू है
मुझसे कहां दूर तू है,
जिस खुले आसमान के नीचे मैं हूं
उसी आसमान के नीचे तू है।
जो हवा तेरी जुल्फे उड़ा के आ रही है,
वही हवा मुझको भी बहका रही है,
अपने साथ तेरी सुगंध भी ला रही है,
लगता है मेरी सांसों बस गई तू है,
देख मुझसे कहां दूर तू है।
जिस चांदनी ने तेरे लबों को छुआ है,
वही चांदनी मेरे लबों को छू रही है,
मदहोश ऐसा कर रहा है तेरा जादू
मुझको लगता है चांदनी नहीं ये तू है,
देख...
जिस खुले आसमान के नीचे मैं हूं
उसी आसमान के नीचे तू है।
जो हवा तेरी जुल्फे उड़ा के आ रही है,
वही हवा मुझको भी बहका रही है,
अपने साथ तेरी सुगंध भी ला रही है,
लगता है मेरी सांसों बस गई तू है,
देख मुझसे कहां दूर तू है।
जिस चांदनी ने तेरे लबों को छुआ है,
वही चांदनी मेरे लबों को छू रही है,
मदहोश ऐसा कर रहा है तेरा जादू
मुझको लगता है चांदनी नहीं ये तू है,
देख...