ज्ञान में भक्ति न मिले, तो ज्ञान सत्य नहीं है।
श्रीकृष्ण अर्जुन से कह रहें हैं, अर्जुन केवल ज्ञान पर्याप्त नहीं है, केवल ज्ञान से तुझे मुक्ति न मिल सकेगी, तो अर्जुन कहते हैं, तो केशव फिर क्या करूँ?
तो कृष्ण कहते हैं- सततं कीर्तयन्तो मां यतन्तश्च दृढव्रताः,
हे अर्जुन! दृढ़ संकल्प के साथ मेरा कीर्तन कर, मेरे नाम का गुणगान कर, मुझे भज! क्योंकि केवल ज्ञान लेकर तुझमें कर्ता...
तो कृष्ण कहते हैं- सततं कीर्तयन्तो मां यतन्तश्च दृढव्रताः,
हे अर्जुन! दृढ़ संकल्प के साथ मेरा कीर्तन कर, मेरे नाम का गुणगान कर, मुझे भज! क्योंकि केवल ज्ञान लेकर तुझमें कर्ता...