जैनो की धरोहर आगम
ऐ जैन धर्म के लोगो
तुम ध्या लो आगम साचा
ये पुण्य है हम सबका
फैला दो धर्म साचा
मत भूलो नालन्दा को
कैसे जिनवाणी जलाई
अब याद उन्हें भी कर लो
जो आगम यहाँ तक लाए
ऐ जैन धर्म के लोगो
जरा शर्म थोड़ी सी कर लो
जो आचार्यों ने लिखा हैं
उसको तुम थोड़ा
तुम भूलो मत अब उनको
जानो इतिहास की कहानी
जो —————
उसको
जब मुग़ल शाशन आया
खतरे में पड़ी जिनवाणी
जब तक थी शक्ति अड़े वो
फिर अपनी शक्ति गवा दी
कंधों पर रखकर माथा
रो पड़े आतम...
तुम ध्या लो आगम साचा
ये पुण्य है हम सबका
फैला दो धर्म साचा
मत भूलो नालन्दा को
कैसे जिनवाणी जलाई
अब याद उन्हें भी कर लो
जो आगम यहाँ तक लाए
ऐ जैन धर्म के लोगो
जरा शर्म थोड़ी सी कर लो
जो आचार्यों ने लिखा हैं
उसको तुम थोड़ा
तुम भूलो मत अब उनको
जानो इतिहास की कहानी
जो —————
उसको
जब मुग़ल शाशन आया
खतरे में पड़ी जिनवाणी
जब तक थी शक्ति अड़े वो
फिर अपनी शक्ति गवा दी
कंधों पर रखकर माथा
रो पड़े आतम...