...

1 views

देखा तो बहुतों girl
देखा तो बहुतों girl
लेकिन तुम्हारा चेहरा सा किसी का चेहरा मिला ही नहीं
इस चेहरे पर
तेरे चेहरे के सिवा किसी और का चेहरा खिला ही नहीं
देखा तो बहुतों,,,,,

मुस्कुराती हुई चलती है भिड़ लेकिन तुम्हारा मुस्कान सा किसी का मिला ही नहीं
रंग रूप गुणधर्म में तुमसा साहसी कोई निकाल ही नहीं
ढूंढती रही सदियों से तुम्हें यह आंखें
आज जब मिला तो दिल कि बात करी ही नहीं
देखा तो बहुतों,,,,,

अफसोस कि वह समझ पाए या हम नहीं समझ पाएं
ऐसी कुछ तर्क निकला ही नहीं
अपने अपने राह चल दिए मंजिल पर पहुंचने से पहले
जान जानम किस लिए मिले थे उसका Ans मिला ही नहीं
देखा तो बहुतों,,,,,

किया बात बहुतों से लेकिन किसी के बात से बात बना ही नहीं
तेरी बातों में इतना दम था कि अभी तक कान से उत्तरा ही नहीं
चल रहा है मस्तिष्क में तुम
तुम्हारे सिवा किसी का नयन सबरा ही नहीं
तुम हो जो की दिल में बसी और दिल से निकाल ही नहीं
देखा तो बहुतों,,,,,

संदीप कुमार अररिया बिहार
© Sandeep Kumar