वो है, या नहीं हैं
वो है, मगर वो नहीं हैं
मैं नहीं जानता वो हैं या नहीं है
सुनती सब हैं, मगर मानती कुछ नही है,
दिखाती ऐसे है की कुछ जानती नहीं हैं।
वो है, मगर वो नहीं हैं।
दूर हो कर भी, वो पास मेरे यही हैं,
साथ जब हो मेरे तो सब लगे हसी हैं।
मैं नहीं जानता वो है या नहीं है
कहना बहुत कुछ है उससे,
पर ना जाने क्यों मेरी जुबान सिली हैं,
बस इतना समझलो, बड़ी मुश्किल से,
वो फिर से मुझे मिली हैं।
याद बहुत आती हैं वो पुरानी बाते,
लड़ती थी झगड़ती थी रूठती थी फिर मान जाती थी
चेहरा तो उसका आज भी वही है,
पर उसमे अब वो वाली बात...
मैं नहीं जानता वो हैं या नहीं है
सुनती सब हैं, मगर मानती कुछ नही है,
दिखाती ऐसे है की कुछ जानती नहीं हैं।
वो है, मगर वो नहीं हैं।
दूर हो कर भी, वो पास मेरे यही हैं,
साथ जब हो मेरे तो सब लगे हसी हैं।
मैं नहीं जानता वो है या नहीं है
कहना बहुत कुछ है उससे,
पर ना जाने क्यों मेरी जुबान सिली हैं,
बस इतना समझलो, बड़ी मुश्किल से,
वो फिर से मुझे मिली हैं।
याद बहुत आती हैं वो पुरानी बाते,
लड़ती थी झगड़ती थी रूठती थी फिर मान जाती थी
चेहरा तो उसका आज भी वही है,
पर उसमे अब वो वाली बात...