इज़हार - ए - इश्क़
तेरी मेरी कहानी का क्या आगाज क्या अंजाम करू,
तू मिले ना मिले, बस तुझे प्यार करू।
आगाज तुमने किया इस मोहब्बत का हमारी,
हमने तो तब भी सोचा कैसे इकरार करू।।
तू मिले ना मिले, बस तुझे प्यार करू।
आगाज तुमने किया इस मोहब्बत का हमारी,
हमने तो तब भी सोचा कैसे इकरार करू।।
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