...

20 views

इश्क़
सावन की बारिश में
दिल की शिफारिश में
तुमको अपना मान लिया
अब तुम ही हर ख्वाहिश में...!!

थोड़ा तुम भी कोशिश कर लेना
थोड़ा हम भी साथ निभायेगे,
कहने को सब कहते है
जाना मगर तुम बिन सच
हम मर जाएंगे...!!

थोड़ी जिद्दी थोड़ी पागल
थोड़ी सी नादानी है,
हाथो को तुम थामे रखना
गुस्सा हमारा कुछ भी नही
फिर सब कुछ बस पानी है..!!

"इश्क़" लिख रही कुछ अनकही
कहानी है, समझो तो प्रेम
भरा है, न समझो तो सब
बेइमानी है, गंगा जैसा मन
है मेरा प्रेम इसमें बहता
पानी है,..!!

याद रखो तो रख लेना
भूल गए तो बाते आनी जानी है,
हर कोई बन नही सकता
इश्क़ ये बात हूं मैं बड़ी
शायनी है....!!

💕❤️_____