प्रभुजी आपकी माया
#prabhukarpa @lali9533
प्रभुजी,
कभी हल्के धुँए सी, कभी गहरी धुंध सी है, आपकी माया,
प्रतिपल, अड़िग, प्रतिपल व्याकुल, हमारे पीछे पड़ी, एक घनी छाया,
एक पल को भी,जो भूलें सुमिरन आपका...
मुरझाने लगती हैं, ये जीवन काया,
बड़ी... अनन्त सी लगती हैं, पर हैं, नहीं...
क्योंकि पग-पग...
प्रभुजी,
कभी हल्के धुँए सी, कभी गहरी धुंध सी है, आपकी माया,
प्रतिपल, अड़िग, प्रतिपल व्याकुल, हमारे पीछे पड़ी, एक घनी छाया,
एक पल को भी,जो भूलें सुमिरन आपका...
मुरझाने लगती हैं, ये जीवन काया,
बड़ी... अनन्त सी लगती हैं, पर हैं, नहीं...
क्योंकि पग-पग...