...

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दोस्ती 🥺🥺🥺अकेला पन
दोस्ती लोग करते है की दोस्त
अच्छे खराब समय में वो एक
दूसरे की मदद कर सके 🥺

लेकिन नही ऐसा नही होता
🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺

में कोई स्टोरी नही बता रही ये दिन मेने जिया है
कल की बात है मेरे पति रेलवे मे जॉब करते है
उनकी पेमेंट ५ महीने से नही आई तो थोड़ा राशन
भी थोड़ा संभल कर इस्तेमाल कर रहे थे अब
बारिश इतनी हुई की हरिद्वार में बाढ़ आ गई
ट्रेन की पटरी टूट गई थी मलुए ने दबी हुई थी सारी ट्रेन कैंसल हो गई वापस लौट गई नंदा देवी एक्सप्रेस रेल कोटा राजस्थान से आनी थी वो आई हरिद्वार तक फिर सारी सवारी को उतारा ये कहकर की ट्रेन आगे नही जायेगी सभी यात्री उतर गए और उनको यही बोला आपके लिए बस करवा दी है थोड़ा इंतज़ार करो सुबह से शाम हो गई लेकिन कोई भी बस नहीं आई सभी यात्री निराश हो कर जेसे तेसे अपने घर गए लेकिन ट्रेन को रात में चलाई गई और १० बजे पति घर आए
फिर दुबारा से ड्यूटी गए फिर वहां ट्रेन की पटरी दबी हुई है जबरदस्ती ट्रेन चलाई गई और लाई गई
फिर वहीं पटरी के कारण ट्रेन रुकी हुई दिन में आई सभी लोग दिन में आए तभी पति जी को थकान लग रही थी वो सो गए फिर क्या शाम को मकान मालिक पैसे के लिए बोलने लगा अब पेमेंट भी नही आई शनिवार था बोला सोमवार को आएगी अब मकान मालिक धमकी देने लगा ये कर दूंगा वो कर दूंगा बहुत कुछ उनका बेटा इतना
अच्छा की वो अपने मां बाप को समझाएं जा रहा है पेमैंट नही आई है फिर भी अपने बेटे को बहुत कुछ सुनाया फिर पति ड्यूटी चले गए तभी बोली मकान मालिक की मुझे कल ही सब हिसाब चाहिए पूरा किराया लेकिन को आदमी ५ महीने से पेमेंट घर में नही आई वो घर केसे चल रहा है चलाने वाला ही जनता है लेकिन वो पैसे के भूखे लोग नही समझते कोई असर नहीं यहां रात पूरी तरह सोया नही कोई भी यहां में वहां ट्रेन में पति जी हम लोग यही सोचते रहे अब कल की होगा
सुबह हो गई सोचते हुए सुबह एक धमकी और
मिली की समान बाहर निकाल कर अपने पास रख लेंगे और तुम्हारे बच्चे बीवी को बाहर कर देंगे
मुझे बहुत गुस्सा आया लेकिन पैसा होता तो इतनी गन्दी वाली बेज़ती करती याद रहता लेकिन में चुप थी बस बेटी की वजह से मेरी बेटी बहुत छोटी है उसको अच्छे खराब लोगो में फर्क नहीं पता मेने अपने दोस्तो से बहुत से लोगो से मदद मांगी पति जी ने भी लेकिन किसी ने नही करी कहने को तो जिगरी दोस्त है सब कुछ बताते है लेकिन सिर्फ अपनी जरूरत के सबने कोई न कोई बहाना बनाकर मना कर दिया लेकिन मेने ये जरूर सोच लिया कुत्ता पालो बिल्ली पालो लेकिन ऐसे दोस्त कभी काम आएंगे ये गलत फेयरमी मत पालो अगर इंसान खुद को अकेला जब महसूस करता है जब मां बाप नही होते लेकिन फिर भी वो ये तसल्ली कर लेते है कोई नहीं दोस्त है जो साथ देंगे लेकिन ये झूठ है कोई नहीं किसी का तुम खुदको खुदकी जरूरत पूरी कर सकते हो खुदकी मदद भी खुद कर सकते हो ये दोस्त वो दीमक है जब तक तुमको पूरा खोखला न करदे अंदर से वो
तुम्हारे दोस्त बन रहते है जब तुम पूरे खोखले हो जाओगे उस दिन तुमको खुद से अलग कर देंगे वो जानवर साथ देता है जो बोल नहीं सकता सिर्फ एक रोटी काफी है तुम्हारी वफादारी निभाने के लिए वरना दोस्तो को कितनी अच्छी गाड़ी में घूमा लो खाना खिला दो उसके दुख में दुखी हो जाओ लेकिन वो तुम्हारे लिए कभी कुछ नही कर सकते इसलिए बेजुबान है लेकिन उसकी दुआ में वो असर है जो किसी की दुआ में नही उनकी दुआ खुद ऊपर वाला सुनता है दिल से दुआ करते है एक रोटी इसने मुझे दी आप इसके पूरे परिवार की रक्षा करना क्योंकि वो बेजुबान है लेकिन जिसके पास जुबान होती है ये देखकर दुखी हो जाता है उसको इतना कुछ दिया मुझे क्यों नही और उसकी दुआ ये होती है काश इसका सबकुछ मुझे मिल जाए फर्क जुबान का है सोच का है कुत्ता पालो बिल्ली पालो दोस्त कभी मत बनाओ

© hatho ki lakiren aur kuch nhi......