...

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आया नया साल
हवा के साथ साथ घटा के संग संग
यह नया साल बहके आया है,
तुझसे ज़्यादा मैं रौनक लाऊंगा
बीते साल से यह कहके आया है।

खुशियों की जुगनूओं को मुट्ठी में पकड़कर
हंसी के ठहाके को होंठ में छुपा लाया है,
इस साल खुशियों की ज़्यादा बौछार होगी
बीते साल से यह कहके आया है।

ख़्वाहीशों की आसमां को तारों से सजाकर
सुरज की रौशनी से उजाला फ़ैलाया है,
इस साल हौसलों की पतंग ऊंचा उड़ेगी
बीते साल से यह कहके आया है।

बिगड़े रीश्तों को पक्की डोर से बांधने
ऊपरवाले का धागा साथ लाया है,
इस साल सब एक दूसरे से गले मिलेंगे
बीते साल से यह कहके आया है।

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