दिहाडी मजदुर और कोरोना
ये आज के रोटी पर गीरते पसीने की हकीकत है...
और कल के रोटी की तलाश जीने की हकीकत है...
ये दास्तां है उस अनकहे किस्से की...
जो तस्वीर है देश के बडे...
और कल के रोटी की तलाश जीने की हकीकत है...
ये दास्तां है उस अनकहे किस्से की...
जो तस्वीर है देश के बडे...