...

12 views

Kya aapke sath v kabhi Asia huaa h??
देखो लोग कहते है ना कि
Positive रहो,
मगर कभी-कभी वक्त ऐसा भी आता है कि,
हमें positive तो छोड़ो..
सही क्या है वो भी पता नहीं चलता....
इतनी उलझन में फंस जाते है,
हम सुलझ ही नहीं पाते.....
क्या करें...क्या ना करें,
कुछ भी समझ में नहीं आता है....
ऐसा लगता है कि सब कुछ छोड कर भाग जाए,
फिर ऐसा भी लगता है कि यार भाग कर क्या करेंगे.....
कुछ भी permanent तो है ही नहीं
ना ही यह मुसिबत ना ही खुशी...
तो यार जो चलता है उसे चलने दो..
फिर से खड़े होकर मुस्कुराना सिख जाते हैं..... 🙂🙂