कुछ कहती है
आकर मुझसे मेरे इन कानों में यह जिंदगी कुछ कहती है
क्या आज भी बचपन की यादे तेरे दिल में रहती है...?
खिलखिलाते थे जब तुम बेवजह हर बात में
बिताया था जो बचपन तुमने अपनो के साथ मे
पत्ते पर गिरती वो बारिश की बूँदे भी मुझसे कुछ कहती है
क्या आज भी वो कागज की कश्ती पानी में बहती है...?
गुजर जाता था जब...
क्या आज भी बचपन की यादे तेरे दिल में रहती है...?
खिलखिलाते थे जब तुम बेवजह हर बात में
बिताया था जो बचपन तुमने अपनो के साथ मे
पत्ते पर गिरती वो बारिश की बूँदे भी मुझसे कुछ कहती है
क्या आज भी वो कागज की कश्ती पानी में बहती है...?
गुजर जाता था जब...