माँ
चंद लम्हों में बदल देता तकदीर अपनी,
काश होती कोई ऐसी जागीर अपनी ,
आंख मुदते ही मैं तेरे पास होता ,
फिर ना तेरा चेहरा कभी उदास होता,
फिर तेरे आंचल...
काश होती कोई ऐसी जागीर अपनी ,
आंख मुदते ही मैं तेरे पास होता ,
फिर ना तेरा चेहरा कभी उदास होता,
फिर तेरे आंचल...